देश को सबसे ज्यादा पीतल देता है एमपी, फिर भी नहीं मिल रही विशिष्ट पहचान

देश को सबसे ज्यादा पीतल देता है एमपी, फिर भी नहीं मिल रही विशिष्ट पहचान

MP Brass Production: मध्य प्रदेश देश का हृदय स्थल कहलाता है। हृदय स्थल होने की वजह से मध्य प्रदेश पूरे देश में जाना जाता है। लेकिन ऐसा नहीं है कि मध्यप्रदेश की पहचान केवल हृदय स्थल क्षेत्र होने की वजह से है। मध्यप्रदेश में कई ऐसे खनिज तत्वों का अकूत भंडार है। इन खनिजों का उत्पादन हो रहा है। साथ में देश के लिए कुल उत्पादित होने वाले तांबा खनिज में मध्य प्रदेश का हिस्सा करीब 62 से 63 प्रतिशत की करीब है। हम बात कर रहे हैं देश को सबसे अधिक तांबा उपलब्ध करवाने वाले प्रदेश मध्य प्रदेश के बारे में। मध्यप्रदेश देश का ऐसा प्रदेश है जो देश को पर्याप्त या कहें कुल पीतल का 63 प्रतिशत भाग मध्यप्रदेश से प्राप्त होता है। फिर भी तांबा उत्पादक के रूप में मध्य प्रदेश की पहचान अधूरी है।

प्रदेशवासियों को भी नहीं पता: मध्यप्रदेश में तांबे का उत्पादन इतनी अधिक मात्रा में हो रहा है लेकिन मध्य प्रदेश की जनता को नहीं पता है कि देश को सबसे अधिक तांबा मध्यप्रदेश दे रहा है। प्रदेशवासियों से अगर पूछा जाए कि मध्यप्रदेश मैं ऐसा क्या है जो उसे देश के लिए खास बनाता है। तो इसका उत्तर ह््रदय स्थल ही आएगा।

तांबे का बहुत बड़ा भंडार है एमपी में: मध्यप्रदेश में तांबे का बहुत बड़ा भंडार मौजूद है। मध्य प्रदेश भारत का सबसे अधिक तांबा उत्पादक राज्य है। वर्ष 2013-14 में 23.76 लाख मैट्रिक टन तांबे का उत्पादन किया गया जो देश का 62.1 प्रतिशत था।

यहां है सर्वाधिक उत्पादन: शायद आपको जानकर हैरानी होगी कि मध्यप्रदेश में 42.2 मिलियन मेट्रिक टन तांबे का भंडार है। मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले के मलाजखंड में सर्वाधिक ताबे का उत्पादन होता है। इसके अलावा जबलपुर, नरसिंहपुर, सागर, होशंगाबाद, भिंड, छतरपुर, देवास तथा ग्वालियर में भी काफी मात्रा में तांबा पाया जाता है।

बन सकता है धनवान प्रदेश: अगर मध्य प्रदेश में देश की जरूरत का 62 प्रतिशत तांबा उत्पादन मध्य प्रदेश से होता है तो यह बहुत बड़ी बात है। अगर सरकार तांबे के उत्पादन पर विशेष ध्यान दें तो भारत का सबसे धनवान राज्य मध्यप्रदेश हो सकता है। क्योंकि अन्य राज्यों के पास ना तो इतना तांबे का भंडार है और ना ही उत्पादन किया जा सकता है। लेकिन मध्यप्रदेश में इसकी संभावना सबसे अधिक है। वहीं देश के अन्य प्रदेशों आगे की मांग दिनों दिन बढ़ती जा रही है। जिसे केवल मध्य प्रदेश से ही पूरा किया जाना संभव है।

अगर उत्पादन बढ़ाया जाए तो प्रदेश को कर्ज मुक्त भी किया जा सकता है। रोजगार की अपार संभावनाएं विकसित हो सकती हैं। प्रदेश में धनवानो की संख्या भी बढ़ेगी।

admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *