कांग्रेस कार्यालय से जिग्नेश मेवाणी ने बोला PM मोदी पर हमला,”..PMO में बैठे हैं गोडसे भक्त”

इस साल के अंत में गुजरात में विधानसभा चुनाव होने हैं. पिछली बार के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जीत हासिल की थी लेकिन कांग्रेस ने उसे अच्छी टक्कर दी थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य में 182 सीटें हैं लेकिन भाजपा यहाँ 99 सीटें ही जीत सकी. वहीं कांग्रेस भी 77 सीटें जीतने में कामयाब रही थी.
गुजरात विधानसभा चुनाव में एक बार फिर मुक़ाबला टक्कर का होने की उम्मीद है और यही वजह है कि आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. ये सब तब शुरू हुआ जब कांग्रेस नेता और वडगाम से विधायक जिग्नेश मेवाणी को असम पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया. इसके बाद उन्होंने अदालत का दरवाज़ा खटखटाया और उन्हें ज़मानत मिल गई.
इसके तुरंत बाद असम पुलिस ने उन्हें दूसरे मामले में गिरफ़्तार कर लिया. अब उन्हें इस मामले में भी ज़मानत मिल गई है. जिग्नेश ने आज कांग्रेस कार्यालय से एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया. उन्होंने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा,”मुझे बर्बाद करने के लिए साजिश रची गई थी. वो मुझे साथ ले गए लेकिन केस के बारे में कुछ बताया तक नहीं. मैं एक वकील भी हूं लेकिन मेरे ऊपर कौन सी धारा लगाई गई इसकी मुझे जानकारी तक नहीं दी गई. यहां तक कि मेरे घरवालों से भी मुझे बात करने नहीं दी गई.”
उन्होंने कहा कि एक विधायक होने के नाते मेरा फोन पर बात करने का हक़ था लेकिन उन्होंने मुझे बात तक नहीं करने दी. यहां तक की उन लोगों ने गुजरात विधानसभा के स्पीकर को भी इस बात की जानकारी नहीं दी. जिग्नेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला और कहा-जब मुझे ज़मानत मिली तो इसके बाद एक महिला से फ़र्जी मुक़दमा लगावाया गया. ये 56 इंच की कायरता है.
आपको बता दें कि असम की अदालत ने इस एफआईआर को फ़र्जी करार दिया है और पुलिस पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. वो कहते हैं,”19 तारीख़ को मेरे ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज हुई और तुरंत ही असम पुलिस 2500 किमी से मुझे गिरफ्तार करने गुजरात पहुंच जाती है. मुझे पकड़ते वक्त ऐसे बर्ताव किया गया मानो मैं आतंकवादी हूँ. मेरे और मेरी टीम के कम्प्यूटर, मोबाइल ज़ब्त किए, मुझे शक है कि उसमें जासूसी के सॉफ्टवेयर डाल दिए गए हों.”
जिग्नेश मेवानी ने मोदी सरकार पर बड़ा हमला करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री कार्यालय में बैठे नाथूराम गोडसे के भक्तों ने उन पर फ़र्ज़ी एफआईआर करवाई है. अगर गोडसे भक्त कहने पर आपत्ति थी तो लालकिले पर खड़े होकर गोडसे मुर्दाबाद का नारा लगाकर दिखाएं. गुजरात में चुनाव होने वाले हैं इसलिए परेशान किया जा रहा है. पहले रोहित वेमुला को आत्महत्या करने पर मजबूर किया अब मुझे खत्म करना चाहते हैं. दलित नेताओं को पीएम मोदी हज़म नहीं कर पा रहे हैं.
जिग्नेश मेवानी ने कहा है कि अगर युवाओं पर किए गए आंदोलन वाले मुकदमे वापस नहीं हुए, पेपर लीक मामले में, ड्रग्स मामले में, रेप के मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो 1 जून को गुजरात कांग्रेस सड़क पर उतरेगी, गुजरात बंद किया जाएगा.
जिग्नेश ने 2017 का विधानसभा चुनाव निर्दलीय प्रत्याशी के बतौर लड़ा था. उनके ख़िलाफ़ प्रचार करने भाजपा के लगभग सभी बड़े नेता पहुँचे थे. जिग्नेश के पक्ष में प्रचार करने भी वामपंथी पार्टियों के नेता पहुँचे थे. कांग्रेस ने भी जिग्नेश का समर्थन किया था. जिग्नेश ने अप्रत्याशित तरह से भाजपा उम्मीदवार विजयकुमार चक्रवर्ती को हरा दिया. जिग्नेश ने 19,696 वोटों से जीत दर्ज की.