किडनी वैली: नेपाल और अफगान में हैं ऐसे गांव जहां ग्रामीणों के पास है सिर्फ एक किडनी

किडनी वैली: नेपाल और अफगान में हैं ऐसे गांव जहां ग्रामीणों के पास है सिर्फ एक किडनी

Kidney Valley: भारत के पडोसी देश नेपाल और अफगानिस्तान में ऐसे अजीबोगरीब गांव हैं जहां रहने वाले ग्रामीणों के शरीर में सिर्फ एक कीडनी है. यह कोई बीमारी या कुदरत का करिश्मा नहीं है बल्कि इसके पीछे का कारण गरीबी है. नेपाल के जिस गांव की बात हम कर रहे हैं उसे किडनी वैली के नाम से जाना जाता है.

नेपाल की आर्थिक हालत तो ठीक-ठाक है लेकिन साल 2015 में भूकंप के कारण वहां के लोगों का जीवन बहुत प्रभावित हो गया था. खेती, व्यापर, घरबार, पर्यटन सबकुछ तबाह हो गया था. महंगाई बेकाबू हो गई थी और गरीब लोगों के लिए अपना घर चलाना मुश्किल हो गया था. साल 2015 के बाद से ही नेपाल के एक गांव का नाम Kidney Valley पड़ गया था.

किडनी वैली गांव की कहानी: नेपाल के किडनी वैली नाम के जिस गांव की हम बात कर रहे हैं उसका असली नाम होकसे है. जो नेपाल की राजधानी काठमांडू से सिर्फ 20 किमी दूर है. साल 2015 में आए भूकंप के बाद ग्रामीणों का सबकुछ बर्बाद हो चुका था. ऐसे में ग्रामीणों की गरीबी का फायदा उठाने वाले मानव अंग तस्करों को यहां मुनाफा नज़र आया.

एक मानव अंग तस्करों का गिरोह इस गांव में पहुंचा, उन्होंने पहले लोगों की आर्थिक रूप से मदद की और ज़्यादा पैसों का लालच देकर उनकी किडनी निकलवानी शुरू कर दी, तस्करों ने भोले-भाले ग्रामीणों को बताया कि इंसान के शरीर में 2 किडनी होती हैं जिसमे से एक का कोई काम नहीं होता, उसे निकाल भी दें तो जीवन में कोई असर नहीं होता।

गांव वालों ने 2-2 लाख रुपए के बदले अपनी किडनी बेचनी शुरू कर दी, और धीरे-धीरे गांव के हर गरीब का यह पैसे कमाने का जरिया बन गया. तस्करों का गिरोह उनका ऑपरेशन करता और किडनी निकालकर बेच देता। आज गांव के 90% पुरुषों के शरीर में सिर्फ एक किडनी है, वहीं महिलाओं ने भी अपनी किडनी बेंची हैं.

नेपाल सरकार ने क्या किया: होकसे गांव किडनी वैली बन चुका था लेकिन इसकी भनक नेपाल सरकार को लगी ही नहीं। जब गांव के बाहर अस्पताल में अचानक से किडनी रोगियों की संख्या बढ़ी तो प्रशासन की नींद खुली, सरकार ने देखा कि इन ग्रामीणों के शरीर में सिर्फ एक ही किडनी है और यह सभी लोग किडनी से जुडी बीमारी से ग्रसित हैं, तब इसकी पड़ताल शुरू हुई.

नेपाल सरकार ने किडनी तस्करों के गिरोह में से एक-दो लोगों को पकड़ने में कामियाब रही लेकिन तबतक 90% गांव एक किडनी वाला गांव बन चुका था. आलम ये है कि होकसे गांव को अब एक किडनी वाला गांव कहा जाता है.

अब अफ़ग़ानिस्तान में भी यही हो रहा: आतंक और गरीबी से जूझ रहे अफ़ग़ानिस्तान के भी ऐसे हालात हो गए हैं. अफ्रीका में भी किडनी वैली जैसे कई गांव हैं. इन गरीब मुल्कों में मानव अंग की तस्करी करने वाले कई गिरोह सक्रीय है और गरीबों की लाचारी का फायदा उठाकर उनकी एक किडनी निकाल लेते हैं, अफ़ग़ान के शेनशायबा गांव में भी 90% आबादी एक किडनी वाली रह गई है.

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