अभी-अभी: सड़क हादसे में दुनिया को छोड़कर चला गया ये बड़ा उद्योगपति, देश मे प’स’रा मा’त’म

प्रख्यात उद्योगपति और टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री का निधन हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पालघर के पास सड़क हादसे में उद्योगपति की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि मुंबई से सटे पालघर के पास मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर कार डिवाइडर से टकरा गई, जिससे हादसा हुआ.
हादसे में तीन और लोगों के घायल होने की भी खबर है। कार की रफ्तार भी काफी तेज बताई जा रही है। फिलहाल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। पालघर के एसपी ने भी इस बात की पुष्टि की है कि साइरस मिस्त्री की मौत एक कार एक्सीडेंट में हुई है.
दो महीने पहले 28 जून को साइरस मिस्त्री के पिता और शापूरजी पल्लोनजी ग्रुप के चेयरमैन पल्लोनजी मिस्त्री का भी निधन हो गया था। उनका 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
शापूरजी पालनजी समूह एक बहुत बड़ा समूह है और कई उपलब्धियां भी उनके नाम दर्ज हैं। जिसमें भारतीय रिजर्व बैंक के भवन का निर्माण भी शामिल है। इसके अलावा उनका टाटा ग्रुप से भी लंबा विवाद रहा है। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। तो आइए हम आपको बताते हैं कि क्या है पूरा मामला जो 2016 से शुरू हुआ और आज तक जारी है।
यह विवाद साल 2016 से शुरू हुआ जब टाटा संस के रतन टाटा ने अचानक साइरस मिस्त्री को चेयरमैन पद से बर्खास्त कर दिया। फैसले का विरोध करते हुए मिस्त्री ने कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में याचिका दायर की थी। जहां ट्राइब्यूनल ने मिस्त्री की याचिका खारिज कर दी। याचिका को खारिज करते हुए ट्रिब्यूनल ने कहा था कि टाटा संस को अधिकार है कि वह किसी को भी, कभी भी हटा सकता है।
मिस्त्री ने ट्रिब्यूनल के फैसले के खिलाफ नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल का दरवाजा खटखटाया और फैसले को चुनौती दी। जिसके बाद दिसंबर 2019 में NCLAT ने मिस्त्री को अचानक हटाने की प्रक्रिया को अवैध घोषित कर दिया। जिसके बाद टाटा संस ने इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी और याचिका दायर कर कहा कि साइरस मिस्त्री ने कंपनी के सभी निदेशक मंडल का विश्वास खो दिया है, सभी की सहमति के बाद ही उन्हें पद से हटाने का निर्णय लिया गया।