जोक्स: पति और पत्नी में झगड़ा चल रहा था पति– तुझसे शादी करने से अच्छा तो, मैं कुंवारा ही रहता, पत्नी –

जोक्स: पति और पत्नी में झगड़ा चल रहा था पति– तुझसे शादी करने से अच्छा तो, मैं कुंवारा ही रहता, पत्नी –

जोक्स: पति और पत्नी में झगड़ा चल रहा था पति– तुझसे शादी करने से अच्छा तो, मैं कुंवारा ही रहता, पत्नी –

जोक्स नंबर 01: पति-पत्नि में झगड़ा हो रहा था। पत्निः मैं पूरा घर संभालती हूँ किचन संभालती हूँ, बच्चों को संभालती हूँ तुम क्या करतेहो ? ….. पति: मैं खुद को संभालता हूँ तुम्हारी नशीली आँखें देखकर!! बीवी: आप भी ना.. चलो बताओ आज क्या बनाऊँ आपकी पसंद का.. सुखी संसार के सुत्र..

जोक्स नंबर 02: पति और पत्नी में झगड़ा चल रहा था पति – तुझसे शादी करने से अच्छा तो मैं कुंवारा ही रहता पत्नी – मैंने भी अपनी माँ की बात मान ली होती तो अच्छा होता पति – क्या कहती थी तेरी माँ पत्नी – कहती थी मत कर इस लड़के से शादी पति – हे भगवान् मैं आज तक उस भली औरत को बुरा समझता रहा जो मुझे बचाना चाह रही थी

जोक्स नंबर 03: पति और पत्नी जूस के दुकान पर गए. पति ने एक केला का जूस पिया और पत्नी के २ मौसमी का. पेमेंट करते समय, दुकान के वेटर ने मालिक से बोला “साहब, भाईसाहब का एक केला और मैडम के २ मौसमी काट लो “

जोक्स नंबर 04: दूधवाला लगातार दरवाजे के घंटी बजा रहा था !! अंडर से घर की एक औरत ने बोला “बस भी करो कितना “दबाओगे”, तुमसे अच्छा तो Newspaper वाला है धीरे से “निचे से दाल” के चला जाता है “

जोक्स नंबर 05: एक आदमी रात को दारू पीकर लौटा और दरवाजा खटखटाया। पत्नी ने काफी देर तक दरवाजा नहीं खोला। आखिरकार पत्नी ने अंदर से गुस्से में कहा- कौन है? पति ने कहा- खूबसूरत लड़की के लिए प्यारे-प्यारे फूल लाया हूं। पत्नी ने झट से दरवाजा खोल दिया। पत्नी ने पूछा- फूल कहां हैं? पति अंदर घुसते हुए बोला- खूबसूरत लड़की भी कहां है।

जोक्स नंबर 06: शराब की वजह से बरबाद हो चुके शराबी ने कभी न पीने की कसम ली और घर से दारू की खाली बोतलें फेंकने लगा। पहली बोतल फेंक कर बोला: तेरी वजह से मेरी नौकरी गई। दूसरी फेंक कर बोला: तेरी वजह से मेरा घर बिका। तीसरी बोतल फेंक कर बोला: तेरी वजह से मेरी बीवी मुझे छोड़कर चली गई। चौथी बोतल उठाई तो वह भरी हुई निकली। शराबी: तू साइड में हो जा। तू बेकसूर है।

जोक्स नंबर 07: मास्टर जी ने स्टूडेंट का लंच पूरा खा लिया और डकारते हुए बोले : बेटा, घर जाकर मेरा नाम तो नहीं लोगे कि मैंने तुम्हारा लंच खा लिया…बच्चा मासूमियत के साथ : नहीं मास्टर जी, मैं घर जाकर बोल दूंगा कि…कि….मेरा खाना कुत्ता खा गया…

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